संस्कृत धातुरूप - वुङ्ग् (Samskrit Dhaturoop - vu~Ng)
वुङ्ग्
लट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुङ्गति |
वुङ्गतः |
वुङ्गन्ति |
मध्यमपुरुषः |
वुङ्गसि |
वुङ्गथः |
वुङ्गथ |
उत्तमपुरुषः |
वुङ्गामि |
वुङ्गावः |
वुङ्गामः |
लिट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुवुङ्ग |
वुवुङ्गतुः |
वुवुङ्गुः |
मध्यमपुरुषः |
वुवुङ्गिथ |
वुवुङ्गथुः |
वुवुङ्ग |
उत्तमपुरुषः |
वुवुङ्ग |
वुवुङ्गिव |
वुवुङ्गिम |
लुट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुङ्गिता |
वुङ्गितारौ |
वुङ्गितारः |
मध्यमपुरुषः |
वुङ्गितासि |
वुङ्गितास्थः |
वुङ्गितास्थ |
उत्तमपुरुषः |
वुङ्गितास्मि |
वुङ्गितास्वः |
वुङ्गितास्मः |
लृट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुङ्गिष्यति |
वुङ्गिष्यतः |
वुङ्गिष्यन्ति |
मध्यमपुरुषः |
वुङ्गिष्यसि |
वुङ्गिष्यथः |
वुङ्गिष्यथ |
उत्तमपुरुषः |
वुङ्गिष्यामि |
वुङ्गिष्यावः |
वुङ्गिष्यामः |
लोट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुङ्गतात्, वुङ्गताद्, वुङ्गतु |
वुङ्गताम् |
वुङ्गन्तु |
मध्यमपुरुषः |
वुङ्ग, वुङ्गतात्, वुङ्गताद् |
वुङ्गतम् |
वुङ्गत |
उत्तमपुरुषः |
वुङ्गानि |
वुङ्गाव |
वुङ्गाम |
लङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अवुङ्गत्, अवुङ्गद् |
अवुङ्गताम् |
अवुङ्गन् |
मध्यमपुरुषः |
अवुङ्गः |
अवुङ्गतम् |
अवुङ्गत |
उत्तमपुरुषः |
अवुङ्गम् |
अवुङ्गाव |
अवुङ्गाम |
विधिलिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुङ्गेत्, वुङ्गेद् |
वुङ्गेताम् |
वुङ्गेयुः |
मध्यमपुरुषः |
वुङ्गेः |
वुङ्गेतम् |
वुङ्गेत |
उत्तमपुरुषः |
वुङ्गेयम् |
वुङ्गेव |
वुङ्गेम |
आशीर्लिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
वुङ्ग्यात्, वुङ्ग्याद् |
वुङ्ग्यास्ताम् |
वुङ्ग्यासुः |
मध्यमपुरुषः |
वुङ्ग्याः |
वुङ्ग्यास्तम् |
वुङ्ग्यास्त |
उत्तमपुरुषः |
वुङ्ग्यासम् |
वुङ्ग्यास्व |
वुङ्ग्यास्म |
लुङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अवुङ्गीत्, अवुङ्गीद् |
अवुङ्गिष्टाम् |
अवुङ्गिषुः |
मध्यमपुरुषः |
अवुङ्गीः |
अवुङ्गिष्टम् |
अवुङ्गिष्ट |
उत्तमपुरुषः |
अवुङ्गिषम् |
अवुङ्गिष्व |
अवुङ्गिष्म |
लृङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अवुङ्गिष्यत्, अवुङ्गिष्यद् |
अवुङ्गिष्यताम् |
अवुङ्गिष्यन् |
मध्यमपुरुषः |
अवुङ्गिष्यः |
अवुङ्गिष्यतम् |
अवुङ्गिष्यत |
उत्तमपुरुषः |
अवुङ्गिष्यम् |
अवुङ्गिष्याव |
अवुङ्गिष्याम |