संस्कृत धातुरूप - गै (Samskrit Dhaturoop - gai)
गै
लट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
गायति |
गायतः |
गायन्ति |
मध्यमपुरुषः |
गायसि |
गायथः |
गायथ |
उत्तमपुरुषः |
गायामि |
गायावः |
गायामः |
लिट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जगौ |
जगतुः |
जगुः |
मध्यमपुरुषः |
जगाथ, जगिथ |
जगथुः |
जग |
उत्तमपुरुषः |
जगौ |
जगिव |
जगिम |
लुट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
गाता |
गातारौ |
गातारः |
मध्यमपुरुषः |
गातासि |
गातास्थः |
गातास्थ |
उत्तमपुरुषः |
गातास्मि |
गातास्वः |
गातास्मः |
लृट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
गास्यति |
गास्यतः |
गास्यन्ति |
मध्यमपुरुषः |
गास्यसि |
गास्यथः |
गास्यथ |
उत्तमपुरुषः |
गास्यामि |
गास्यावः |
गास्यामः |
लोट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
गायतात्, गायताद्, गायतु |
गायताम् |
गायन्तु |
मध्यमपुरुषः |
गाय, गायतात्, गायताद् |
गायतम् |
गायत |
उत्तमपुरुषः |
गायानि |
गायाव |
गायाम |
लङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अगायत्, अगायद् |
अगायताम् |
अगायन् |
मध्यमपुरुषः |
अगायः |
अगायतम् |
अगायत |
उत्तमपुरुषः |
अगायम् |
अगायाव |
अगायाम |
विधिलिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
गायेत्, गायेद् |
गायेताम् |
गायेयुः |
मध्यमपुरुषः |
गायेः |
गायेतम् |
गायेत |
उत्तमपुरुषः |
गायेयम् |
गायेव |
गायेम |
आशीर्लिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
गेयात्, गेयाद् |
गेयास्ताम् |
गेयासुः |
मध्यमपुरुषः |
गेयाः |
गेयास्तम् |
गेयास्त |
उत्तमपुरुषः |
गेयासम् |
गेयास्व |
गेयास्म |
लुङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अगासीत्, अगासीद् |
अगासिष्टाम् |
अगासिषुः |
मध्यमपुरुषः |
अगासीः |
अगासिष्टम् |
अगासिष्ट |
उत्तमपुरुषः |
अगासिषम् |
अगासिष्व |
अगासिष्म |
लृङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अगास्यत्, अगास्यद् |
अगास्यताम् |
अगास्यन् |
मध्यमपुरुषः |
अगास्यः |
अगास्यतम् |
अगास्यत |
उत्तमपुरुषः |
अगास्यम् |
अगास्याव |
अगास्याम |