संस्कृत धातुरूप - अङ्ग (Samskrit Dhaturoop - a~Nga)
अङ्ग
लट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयति | अङ्गयतः | अङ्गयन्ति |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयसि | अङ्गयथः | अङ्गयथ |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयामि | अङ्गयावः | अङ्गयामः |
लिट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयाञ्चकार, अङ्गयामास, अङ्गयाम्बभूव | अङ्गयाञ्चक्रतुः, अङ्गयामासतुः, अङ्गयाम्बभूवतुः | अङ्गयाञ्चक्रुः, अङ्गयामासुः, अङ्गयाम्बभूवुः |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयाञ्चकर्थ, अङ्गयामासिथ, अङ्गयाम्बभूविथ | अङ्गयाञ्चक्रथुः, अङ्गयामासथुः, अङ्गयाम्बभूवथुः | अङ्गयाञ्चक्र, अङ्गयामास, अङ्गयाम्बभूव |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयाञ्चकर, अङ्गयाञ्चकार, अङ्गयामास, अङ्गयाम्बभूव | अङ्गयाञ्चकृव, अङ्गयामासिव, अङ्गयाम्बभूविव | अङ्गयाञ्चकृम, अङ्गयामासिम, अङ्गयाम्बभूविम |
लुट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयिता | अङ्गयितारौ | अङ्गयितारः |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयितासि | अङ्गयितास्थः | अङ्गयितास्थ |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयितास्मि | अङ्गयितास्वः | अङ्गयितास्मः |
लृट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयिष्यति | अङ्गयिष्यतः | अङ्गयिष्यन्ति |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयिष्यसि | अङ्गयिष्यथः | अङ्गयिष्यथ |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयिष्यामि | अङ्गयिष्यावः | अङ्गयिष्यामः |
लोट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयतात्, अङ्गयताद्, अङ्गयतु | अङ्गयताम् | अङ्गयन्तु |
मध्यमपुरुषः | अङ्गय, अङ्गयतात्, अङ्गयताद् | अङ्गयतम् | अङ्गयत |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयानि | अङ्गयाव | अङ्गयाम |
लङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आङ्गयत्, आङ्गयद् | आङ्गयताम् | आङ्गयन् |
मध्यमपुरुषः | आङ्गयः | आङ्गयतम् | आङ्गयत |
उत्तमपुरुषः | आङ्गयम् | आङ्गयाव | आङ्गयाम |
विधिलिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयेत्, अङ्गयेद् | अङ्गयेताम् | अङ्गयेयुः |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयेः | अङ्गयेतम् | अङ्गयेत |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयेयम् | अङ्गयेव | अङ्गयेम |
आशीर्लिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्ग्यात्, अङ्ग्याद् | अङ्ग्यास्ताम् | अङ्ग्यासुः |
मध्यमपुरुषः | अङ्ग्याः | अङ्ग्यास्तम् | अङ्ग्यास्त |
उत्तमपुरुषः | अङ्ग्यासम् | अङ्ग्यास्व | अङ्ग्यास्म |
लुङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आञ्जगत्, आञ्जगद् | आञ्जगताम् | आञ्जगन् |
मध्यमपुरुषः | आञ्जगः | आञ्जगतम् | आञ्जगत |
उत्तमपुरुषः | आञ्जगम् | आञ्जगाव | आञ्जगाम |
लृङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आङ्गयिष्यत्, आङ्गयिष्यद् | आङ्गयिष्यताम् | आङ्गयिष्यन् |
मध्यमपुरुषः | आङ्गयिष्यः | आङ्गयिष्यतम् | आङ्गयिष्यत |
उत्तमपुरुषः | आङ्गयिष्यम् | आङ्गयिष्याव | आङ्गयिष्याम |
लट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयते | अङ्गयेते | अङ्गयन्ते |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयसे | अङ्गयेथे | अङ्गयध्वे |
उत्तमपुरुषः | अङ्गये | अङ्गयावहे | अङ्गयामहे |
लिट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयाञ्चक्रे, अङ्गयामास, अङ्गयाम्बभूव | अङ्गयाञ्चक्राते, अङ्गयामासतुः, अङ्गयाम्बभूवतुः | अङ्गयाञ्चक्रिरे, अङ्गयामासुः, अङ्गयाम्बभूवुः |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयाञ्चकृषे, अङ्गयामासिथ, अङ्गयाम्बभूविथ | अङ्गयाञ्चक्राथे, अङ्गयामासथुः, अङ्गयाम्बभूवथुः | अङ्गयाञ्चकृढ्वे, अङ्गयामास, अङ्गयाम्बभूव |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयाञ्चक्रे, अङ्गयामास, अङ्गयाम्बभूव | अङ्गयाञ्चकृवहे, अङ्गयामासिव, अङ्गयाम्बभूविव | अङ्गयाञ्चकृमहे, अङ्गयामासिम, अङ्गयाम्बभूविम |
लुट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | अङ्गयिता | अङ्गयितारौ | अङ्गयितारः |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयितासे | अङ्गयितासाथे | अङ्गयिताध्वे |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयिताहे | अङ्गयितास्वहे | अङ्गयितास्महे |
लृट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयिष्यते | अङ्गयिष्येते | अङ्गयिष्यन्ते |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयिष्यसे | अङ्गयिष्येथे | अङ्गयिष्यध्वे |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयिष्ये | अङ्गयिष्यावहे | अङ्गयिष्यामहे |
लोट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयताम् | अङ्गयेताम् | अङ्गयन्ताम् |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयस्व | अङ्गयेथाम् | अङ्गयध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयै | अङ्गयावहै | अङ्गयामहै |
लङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आङ्गयत | आङ्गयेताम् | आङ्गयन्त |
मध्यमपुरुषः | आङ्गयथाः | आङ्गयेथाम् | आङ्गयध्वम् |
उत्तमपुरुषः | आङ्गये | आङ्गयावहि | आङ्गयामहि |
विधिलिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयेत | अङ्गयेयाताम् | अङ्गयेरन् |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयेथाः | अङ्गयेयाथाम् | अङ्गयेध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयेय | अङ्गयेवहि | अङ्गयेमहि |
आशीर्लिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अङ्गयिषीष्ट | अङ्गयिषीयास्ताम् | अङ्गयिषीरन् |
मध्यमपुरुषः | अङ्गयिषीष्ठाः | अङ्गयिषीयास्थाम् | अङ्गयिषीढ्वम्, अङ्गयिषीध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अङ्गयिषीय | अङ्गयिषीवहि | अङ्गयिषीमहि |
लुङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आञ्जगत | आञ्जगेताम् | आञ्जगन्त |
मध्यमपुरुषः | आञ्जगथाः | आञ्जगेथाम् | आञ्जगध्वम् |
उत्तमपुरुषः | आञ्जगे | आञ्जगावहि | आञ्जगामहि |
लृङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आङ्गयिष्यत | आङ्गयिष्येताम् | आङ्गयिष्यन्त |
मध्यमपुरुषः | आङ्गयिष्यथाः | आङ्गयिष्येथाम् | आङ्गयिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुषः | आङ्गयिष्ये | आङ्गयिष्यावहि | आङ्गयिष्यामहि |