संस्कृत धातुरूप - अष् (Samskrit Dhaturoop - aSh)
अष्
लट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषति |
अषतः |
अषन्ति |
मध्यमपुरुषः |
अषसि |
अषथः |
अषथ |
उत्तमपुरुषः |
अषामि |
अषावः |
अषामः |
लिट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आष |
आषतुः |
आषुः |
मध्यमपुरुषः |
आषिथ |
आषथुः |
आष |
उत्तमपुरुषः |
आष |
आषिव |
आषिम |
लुट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषिता |
अषितारौ |
अषितारः |
मध्यमपुरुषः |
अषितासि |
अषितास्थः |
अषितास्थ |
उत्तमपुरुषः |
अषितास्मि |
अषितास्वः |
अषितास्मः |
लृट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषिष्यति |
अषिष्यतः |
अषिष्यन्ति |
मध्यमपुरुषः |
अषिष्यसि |
अषिष्यथः |
अषिष्यथ |
उत्तमपुरुषः |
अषिष्यामि |
अषिष्यावः |
अषिष्यामः |
लोट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषतात्, अषताद्, अषतु |
अषताम् |
अषन्तु |
मध्यमपुरुषः |
अष, अषतात्, अषताद् |
अषतम् |
अषत |
उत्तमपुरुषः |
अषाणि |
अषाव |
अषाम |
लङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषत्, आषद् |
आषताम् |
आषन् |
मध्यमपुरुषः |
आषः |
आषतम् |
आषत |
उत्तमपुरुषः |
आषम् |
आषाव |
आषाम |
विधिलिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषेत्, अषेद् |
अषेताम् |
अषेयुः |
मध्यमपुरुषः |
अषेः |
अषेतम् |
अषेत |
उत्तमपुरुषः |
अषेयम् |
अषेव |
अषेम |
आशीर्लिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अष्यात्, अष्याद् |
अष्यास्ताम् |
अष्यासुः |
मध्यमपुरुषः |
अष्याः |
अष्यास्तम् |
अष्यास्त |
उत्तमपुरुषः |
अष्यासम् |
अष्यास्व |
अष्यास्म |
लुङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषीत्, आषीद् |
आषिष्टाम् |
आषिषुः |
मध्यमपुरुषः |
आषीः |
आषिष्टम् |
आषिष्ट |
उत्तमपुरुषः |
आषिषम् |
आषिष्व |
आषिष्म |
लृङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषिष्यत्, आषिष्यद् |
आषिष्यताम् |
आषिष्यन् |
मध्यमपुरुषः |
आषिष्यः |
आषिष्यतम् |
आषिष्यत |
उत्तमपुरुषः |
आषिष्यम् |
आषिष्याव |
आषिष्याम |
लट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषते |
अषेते |
अषन्ते |
मध्यमपुरुषः |
अषसे |
अषेथे |
अषध्वे |
उत्तमपुरुषः |
अषे |
अषावहे |
अषामहे |
लिट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषे |
आषाते |
आषिरे |
मध्यमपुरुषः |
आषिषे |
आषाथे |
आषिध्वे |
उत्तमपुरुषः |
आषे |
आषिवहे |
आषिमहे |
लुट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषिता |
अषितारौ |
अषितारः |
मध्यमपुरुषः |
अषितासे |
अषितासाथे |
अषिताध्वे |
उत्तमपुरुषः |
अषिताहे |
अषितास्वहे |
अषितास्महे |
लृट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषिष्यते |
अषिष्येते |
अषिष्यन्ते |
मध्यमपुरुषः |
अषिष्यसे |
अषिष्येथे |
अषिष्यध्वे |
उत्तमपुरुषः |
अषिष्ये |
अषिष्यावहे |
अषिष्यामहे |
लोट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषताम् |
अषेताम् |
अषन्ताम् |
मध्यमपुरुषः |
अषस्व |
अषेथाम् |
अषध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अषै |
अषावहै |
अषामहै |
लङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषत |
आषेताम् |
आषन्त |
मध्यमपुरुषः |
आषथाः |
आषेथाम् |
आषध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
आषे |
आषावहि |
आषामहि |
विधिलिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषेत |
अषेयाताम् |
अषेरन् |
मध्यमपुरुषः |
अषेथाः |
अषेयाथाम् |
अषेध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अषेय |
अषेवहि |
अषेमहि |
आशीर्लिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अषिषीष्ट |
अषिषीयास्ताम् |
अषिषीरन् |
मध्यमपुरुषः |
अषिषीष्ठाः |
अषिषीयास्थाम् |
अषिषीध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अषिषीय |
अषिषीवहि |
अषिषीमहि |
लुङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषिष्ट |
आषिषाताम् |
आषिषत |
मध्यमपुरुषः |
आषिष्ठाः |
आषिषाथाम् |
आषिध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
आषिषि |
आषिष्वहि |
आषिष्महि |
लृङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
आषिष्यत |
आषिष्येताम् |
आषिष्यन्त |
मध्यमपुरुषः |
आषिष्यथाः |
आषिष्येथाम् |
आषिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
आषिष्ये |
आषिष्यावहि |
आषिष्यामहि |