संस्कृत रचना - त्वं गुणत्रयातीतः । त्वमवस्थात्रयातीतः (Samskrit text - त्वं गुणत्रयातीतः । त्वमवस्थात्रयातीतः)
त्वं गुणत्रयातीतः । त्वमवस्थात्रयातीतः
त्वं गुणत्रयातीतः । त्वमवस्थात्रयातीतः । त्वं देहत्रयातीतः । त्वं कालत्रयातीतः ।
हिन्दी में अर्थ
(हे गणपति) आप तीनों गुणों (सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण) के; तीनों अवस्थाओं (जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति या गहरी नींद) के; तीनों कालों (भूत, भविष्य और वर्तमान) के एवं तीनों शरीरों (स्थूल, सूक्ष्म और कारण) के परे हैं।
Meaning in English
(O Ganpati) You are beyond the three gunas or qualities (sattva, rajas and tamas); the three states or conditions (waking, dreaming and deep sleep); the three bodies (gross body, subtle body and causal body) and the three periods of time (past, present and future).