संस्कृत रचना - श्रेयो हि ज्ञानमभ्यासाज्ज्ञानाद्ध्यानं विशिष्यते (Samskrit text - श्रेयो हि ज्ञानमभ्यासाज्ज्ञानाद्ध्यानं विशिष्यते)
श्रेयो हि ज्ञानमभ्यासाज्ज्ञानाद्ध्यानं विशिष्यते
श्रेयो हि ज्ञानमभ्यासाज्ज्ञानाद्ध्यानं विशिष्यते।
ध्यानात्कर्मफलत्यागस्त्यागाच्छान्तिरनन्तरम्।
हिन्दी में अर्थ
अभ्यास से ज्ञान श्रेष्ठ है, और ध्यान से ज्ञान श्रेष्ठ है।
ध्यान से कर्मफल का त्याग और त्याग से शांति प्राप्त होती है।
Meaning in English
Knowledge is superior to practice, and meditation is superior to knowledge.
From meditation comes renunciation of the fruits of actions, and from renunciation comes peace.