संस्कृत धातुरूप - श्रेक् (Samskrit Dhaturoop - shrek)
श्रेक्
लट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
श्रेकते |
श्रेकेते |
श्रेकन्ते |
मध्यमपुरुषः |
श्रेकसे |
श्रेकेथे |
श्रेकध्वे |
उत्तमपुरुषः |
श्रेके |
श्रेकावहे |
श्रेकामहे |
लिट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
शिश्रेके |
शिश्रेकाते |
शिश्रेकिरे |
मध्यमपुरुषः |
शिश्रेकिषे |
शिश्रेकाथे |
शिश्रेकिध्वे |
उत्तमपुरुषः |
शिश्रेके |
शिश्रेकिवहे |
शिश्रेकिमहे |
लुट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
श्रेकिता |
श्रेकितारौ |
श्रेकितारः |
मध्यमपुरुषः |
श्रेकितासे |
श्रेकितासाथे |
श्रेकिताध्वे |
उत्तमपुरुषः |
श्रेकिताहे |
श्रेकितास्वहे |
श्रेकितास्महे |
लृट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
श्रेकिष्यते |
श्रेकिष्येते |
श्रेकिष्यन्ते |
मध्यमपुरुषः |
श्रेकिष्यसे |
श्रेकिष्येथे |
श्रेकिष्यध्वे |
उत्तमपुरुषः |
श्रेकिष्ये |
श्रेकिष्यावहे |
श्रेकिष्यामहे |
लोट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
श्रेकताम् |
श्रेकेताम् |
श्रेकन्ताम् |
मध्यमपुरुषः |
श्रेकस्व |
श्रेकेथाम् |
श्रेकध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
श्रेकै |
श्रेकावहै |
श्रेकामहै |
लङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अश्रेकत |
अश्रेकेताम् |
अश्रेकन्त |
मध्यमपुरुषः |
अश्रेकथाः |
अश्रेकेथाम् |
अश्रेकध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अश्रेके |
अश्रेकावहि |
अश्रेकामहि |
विधिलिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
श्रेकेत |
श्रेकेयाताम् |
श्रेकेरन् |
मध्यमपुरुषः |
श्रेकेथाः |
श्रेकेयाथाम् |
श्रेकेध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
श्रेकेय |
श्रेकेवहि |
श्रेकेमहि |
आशीर्लिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
श्रेकिषीष्ट |
श्रेकिषीयास्ताम् |
श्रेकिषीरन् |
मध्यमपुरुषः |
श्रेकिषीष्ठाः |
श्रेकिषीयास्थाम् |
श्रेकिषीध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
श्रेकिषीय |
श्रेकिषीवहि |
श्रेकिषीमहि |
लुङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अश्रेकिष्ट |
अश्रेकिषाताम् |
अश्रेकिषत |
मध्यमपुरुषः |
अश्रेकिष्ठाः |
अश्रेकिषाथाम् |
अश्रेकिध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अश्रेकिषि |
अश्रेकिष्वहि |
अश्रेकिष्महि |
लृङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अश्रेकिष्यत |
अश्रेकिष्येताम् |
अश्रेकिष्यन्त |
मध्यमपुरुषः |
अश्रेकिष्यथाः |
अश्रेकिष्येथाम् |
अश्रेकिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अश्रेकिष्ये |
अश्रेकिष्यावहि |
अश्रेकिष्यामहि |