संस्कृत धातुरूप - ऋण् (Samskrit Dhaturoop - RRiN)
ऋण्
लट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णोति, ऋणोति | अर्णुतः, ऋणुतः | अर्ण्वन्ति, ऋण्वन्ति |
मध्यमपुरुषः | अर्णोषि, ऋणोषि | अर्णुथः, ऋणुथः | अर्णुथ, ऋणुथ |
उत्तमपुरुषः | अर्णोमि, ऋणोमि | अर्णुवः, ऋणुवः, ऋण्वः | अर्णुमः, ऋणुमः, ऋण्मः |
लिट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आनर्ण | आनृणतुः | आनृणुः |
मध्यमपुरुषः | आनर्णिथ | आनृणथुः | आनृण |
उत्तमपुरुषः | आनर्ण | आनृणिव | आनृणिम |
लुट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णिता | अर्णितारौ | अर्णितारः |
मध्यमपुरुषः | अर्णितासि | अर्णितास्थः | अर्णितास्थ |
उत्तमपुरुषः | अर्णितास्मि | अर्णितास्वः | अर्णितास्मः |
लृट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णिष्यति | अर्णिष्यतः | अर्णिष्यन्ति |
मध्यमपुरुषः | अर्णिष्यसि | अर्णिष्यथः | अर्णिष्यथ |
उत्तमपुरुषः | अर्णिष्यामि | अर्णिष्यावः | अर्णिष्यामः |
लोट्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णुतात्, अर्णुताद्, अर्णोतु, ऋणुतात्, ऋणुताद्, ऋणोतु | अर्णुताम्, ऋणुताम् | अर्ण्वन्तु, ऋण्वन्तु |
मध्यमपुरुषः | अर्णुतात्, अर्णुताद्, अर्णुहि, ऋणु, ऋणुतात्, ऋणुताद् | अर्णुतम्, ऋणुतम् | अर्णुत, ऋणुत |
उत्तमपुरुषः | अर्णवानि, ऋणवानि | अर्णवाव, ऋणवाव | अर्णवाम, ऋणवाम |
लङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आर्णोत्, आर्णोद् | आर्णुताम् | आर्ण्वन् |
मध्यमपुरुषः | आर्णोः | आर्णुतम् | आर्णुत |
उत्तमपुरुषः | आर्णवम् | आर्णुव, आर्ण्व | आर्णुम, आर्ण्म |
विधिलिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णुयात्, अर्णुयाद्, ऋणुयात्, ऋणुयाद् | अर्णुयाताम्, ऋणुयाताम् | अर्णुयुः, ऋणुयुः |
मध्यमपुरुषः | अर्णुयाः, ऋणुयाः | अर्णुयातम्, ऋणुयातम् | अर्णुयात, ऋणुयात |
उत्तमपुरुषः | अर्णुयाम्, ऋणुयाम् | अर्णुयाव, ऋणुयाव | अर्णुयाम, ऋणुयाम |
आशीर्लिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | ऋण्यात्, ऋण्याद् | ऋण्यास्ताम् | ऋण्यासुः |
मध्यमपुरुषः | ऋण्याः | ऋण्यास्तम् | ऋण्यास्त |
उत्तमपुरुषः | ऋण्यासम् | ऋण्यास्व | ऋण्यास्म |
लुङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आर्णीत्, आर्णीद् | आर्णिष्टाम् | आर्णिषुः |
मध्यमपुरुषः | आर्णीः | आर्णिष्टम् | आर्णिष्ट |
उत्तमपुरुषः | आर्णिषम् | आर्णिष्व | आर्णिष्म |
लृङ्लकारः (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आर्णिष्यत्, आर्णिष्यद् | आर्णिष्यताम् | आर्णिष्यन् |
मध्यमपुरुषः | आर्णिष्यः | आर्णिष्यतम् | आर्णिष्यत |
उत्तमपुरुषः | आर्णिष्यम् | आर्णिष्याव | आर्णिष्याम |
लट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णुते, ऋणुते | अर्ण्वाते, ऋण्वाते | अर्ण्वते, ऋण्वते |
मध्यमपुरुषः | अर्णुषे, ऋणुषे | अर्ण्वाथे, ऋण्वाथे | अर्णुध्वे, ऋणुध्वे |
उत्तमपुरुषः | अर्ण्वे, ऋण्वे | अर्णुवहे, ऋणुवहे, ऋण्वहे | अर्णुमहे, ऋणुमहे, ऋण्महे |
लिट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आनृणे | आनृणाते | आनृणिरे |
मध्यमपुरुषः | आनृणिषे | आनृणाथे | आनृणिध्वे |
उत्तमपुरुषः | आनृणे | आनृणिवहे | आनृणिमहे |
लुट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णिता | अर्णितारौ | अर्णितारः |
मध्यमपुरुषः | अर्णितासे | अर्णितासाथे | अर्णिताध्वे |
उत्तमपुरुषः | अर्णिताहे | अर्णितास्वहे | अर्णितास्महे |
लृट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णिष्यते | अर्णिष्येते | अर्णिष्यन्ते |
मध्यमपुरुषः | अर्णिष्यसे | अर्णिष्येथे | अर्णिष्यध्वे |
उत्तमपुरुषः | अर्णिष्ये | अर्णिष्यावहे | अर्णिष्यामहे |
लोट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्णुताम्, ऋणुताम् | अर्ण्वाताम्, ऋण्वाताम् | अर्ण्वताम्, ऋण्वताम् |
मध्यमपुरुषः | अर्णुष्व, ऋणुष्व | अर्ण्वाथाम्, ऋण्वाथाम् | अर्णुध्वम्, ऋणुध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अर्णवै, ऋणवै | अर्णवावहै, ऋणवावहै | अर्णवामहै, ऋणवामहै |
लङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आर्णुत | आर्ण्वाताम् | आर्ण्वत |
मध्यमपुरुषः | आर्णुथाः | आर्ण्वाथाम् | आर्णुध्वम् |
उत्तमपुरुषः | आर्ण्वि | आर्णुवहि, आर्ण्वहि | आर्णुमहि, आर्ण्महि |
विधिलिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अर्ण्वीत, ऋण्वीत | अर्ण्वीयाताम्, ऋण्वीयाताम् | अर्ण्वीरन्, ऋण्वीरन् |
मध्यमपुरुषः | अर्ण्वीथाः, ऋण्वीथाः | अर्ण्वीयाथाम्, ऋण्वीयाथाम् | अर्ण्वीध्वम्, ऋण्वीध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अर्ण्वीय, ऋण्वीय | अर्ण्वीवहि, ऋण्वीवहि | अर्ण्वीमहि, ऋण्वीमहि |
आशीर्लिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | अर्णिषीष्ट | अर्णिषीयास्ताम् | अर्णिषीरन् |
मध्यमपुरुषः | अर्णिषीष्ठाः | अर्णिषीयास्थाम् | अर्णिषीध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अर्णिषीय | अर्णिषीवहि | अर्णिषीमहि |
लुङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आर्णिष्ट, आर्त | आर्णिषाताम् | आर्णिषत |
मध्यमपुरुषः | आर्णिष्ठाः, आर्थाः | आर्णिषाथाम् | आर्णिध्वम् |
उत्तमपुरुषः | आर्णिषि | आर्णिष्वहि | आर्णिष्महि |
लृङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आर्णिष्यत | आर्णिष्येताम् | आर्णिष्यन्त |
मध्यमपुरुषः | आर्णिष्यथाः | आर्णिष्येथाम् | आर्णिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुषः | आर्णिष्ये | आर्णिष्यावहि | आर्णिष्यामहि |