संस्कृत धातुरूप - निञ्ज् (Samskrit Dhaturoop - ni~nj)
निञ्ज्
लट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निङ्क्ते |
निञ्जाते |
निञ्जते |
मध्यमपुरुषः |
निङ्क्षे |
निञ्जाथे |
निङ्ग्ध्वे |
उत्तमपुरुषः |
निञ्जे |
निञ्ज्वहे |
निञ्ज्महे |
लिट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निनिञ्जे |
निनिञ्जाते |
निनिञ्जिरे |
मध्यमपुरुषः |
निनिञ्जिषे |
निनिञ्जाथे |
निनिञ्जिध्वे |
उत्तमपुरुषः |
निनिञ्जे |
निनिञ्जिवहे |
निनिञ्जिमहे |
लुट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निञ्जिता |
निञ्जितारौ |
निञ्जितारः |
मध्यमपुरुषः |
निञ्जितासे |
निञ्जितासाथे |
निञ्जिताध्वे |
उत्तमपुरुषः |
निञ्जिताहे |
निञ्जितास्वहे |
निञ्जितास्महे |
लृट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निञ्जिष्यते |
निञ्जिष्येते |
निञ्जिष्यन्ते |
मध्यमपुरुषः |
निञ्जिष्यसे |
निञ्जिष्येथे |
निञ्जिष्यध्वे |
उत्तमपुरुषः |
निञ्जिष्ये |
निञ्जिष्यावहे |
निञ्जिष्यामहे |
लोट्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निङ्क्ताम् |
निञ्जाताम् |
निञ्जताम् |
मध्यमपुरुषः |
निङ्क्ष्व |
निञ्जाथाम् |
निङ्ग्ध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
निञ्जै |
निञ्जावहै |
निञ्जामहै |
लङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अनिङ्क्त |
अनिञ्जाताम् |
अनिञ्जत |
मध्यमपुरुषः |
अनिङ्क्थाः |
अनिञ्जाथाम् |
अनिङ्ग्ध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अनिञ्जि |
अनिञ्ज्वहि |
अनिञ्ज्महि |
विधिलिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निञ्जीत |
निञ्जीयाताम् |
निञ्जीरन् |
मध्यमपुरुषः |
निञ्जीथाः |
निञ्जीयाथाम् |
निञ्जीध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
निञ्जीय |
निञ्जीवहि |
निञ्जीमहि |
आशीर्लिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
निञ्जिषीष्ट |
निञ्जिषीयास्ताम् |
निञ्जिषीरन् |
मध्यमपुरुषः |
निञ्जिषीष्ठाः |
निञ्जिषीयास्थाम् |
निञ्जिषीध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
निञ्जिषीय |
निञ्जिषीवहि |
निञ्जिषीमहि |
लुङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अनिञ्जिष्ट |
अनिञ्जिषाताम् |
अनिञ्जिषत |
मध्यमपुरुषः |
अनिञ्जिष्ठाः |
अनिञ्जिषाथाम् |
अनिञ्जिध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अनिञ्जिषि |
अनिञ्जिष्वहि |
अनिञ्जिष्महि |
लृङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अनिञ्जिष्यत |
अनिञ्जिष्येताम् |
अनिञ्जिष्यन्त |
मध्यमपुरुषः |
अनिञ्जिष्यथाः |
अनिञ्जिष्येथाम् |
अनिञ्जिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुषः |
अनिञ्जिष्ये |
अनिञ्जिष्यावहि |
अनिञ्जिष्यामहि |