संस्कृत धातुरूप - जुङ्ग् (Samskrit Dhaturoop - ju~Ng)
जुङ्ग्
लट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुङ्गति |
जुङ्गतः |
जुङ्गन्ति |
मध्यमपुरुषः |
जुङ्गसि |
जुङ्गथः |
जुङ्गथ |
उत्तमपुरुषः |
जुङ्गामि |
जुङ्गावः |
जुङ्गामः |
लिट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुजुङ्ग |
जुजुङ्गतुः |
जुजुङ्गुः |
मध्यमपुरुषः |
जुजुङ्गिथ |
जुजुङ्गथुः |
जुजुङ्ग |
उत्तमपुरुषः |
जुजुङ्ग |
जुजुङ्गिव |
जुजुङ्गिम |
लुट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुङ्गिता |
जुङ्गितारौ |
जुङ्गितारः |
मध्यमपुरुषः |
जुङ्गितासि |
जुङ्गितास्थः |
जुङ्गितास्थ |
उत्तमपुरुषः |
जुङ्गितास्मि |
जुङ्गितास्वः |
जुङ्गितास्मः |
लृट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुङ्गिष्यति |
जुङ्गिष्यतः |
जुङ्गिष्यन्ति |
मध्यमपुरुषः |
जुङ्गिष्यसि |
जुङ्गिष्यथः |
जुङ्गिष्यथ |
उत्तमपुरुषः |
जुङ्गिष्यामि |
जुङ्गिष्यावः |
जुङ्गिष्यामः |
लोट्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुङ्गतात्, जुङ्गताद्, जुङ्गतु |
जुङ्गताम् |
जुङ्गन्तु |
मध्यमपुरुषः |
जुङ्ग, जुङ्गतात्, जुङ्गताद् |
जुङ्गतम् |
जुङ्गत |
उत्तमपुरुषः |
जुङ्गानि |
जुङ्गाव |
जुङ्गाम |
लङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अजुङ्गत्, अजुङ्गद् |
अजुङ्गताम् |
अजुङ्गन् |
मध्यमपुरुषः |
अजुङ्गः |
अजुङ्गतम् |
अजुङ्गत |
उत्तमपुरुषः |
अजुङ्गम् |
अजुङ्गाव |
अजुङ्गाम |
विधिलिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुङ्गेत्, जुङ्गेद् |
जुङ्गेताम् |
जुङ्गेयुः |
मध्यमपुरुषः |
जुङ्गेः |
जुङ्गेतम् |
जुङ्गेत |
उत्तमपुरुषः |
जुङ्गेयम् |
जुङ्गेव |
जुङ्गेम |
आशीर्लिङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
जुङ्ग्यात्, जुङ्ग्याद् |
जुङ्ग्यास्ताम् |
जुङ्ग्यासुः |
मध्यमपुरुषः |
जुङ्ग्याः |
जुङ्ग्यास्तम् |
जुङ्ग्यास्त |
उत्तमपुरुषः |
जुङ्ग्यासम् |
जुङ्ग्यास्व |
जुङ्ग्यास्म |
लुङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अजुङ्गीत्, अजुङ्गीद् |
अजुङ्गिष्टाम् |
अजुङ्गिषुः |
मध्यमपुरुषः |
अजुङ्गीः |
अजुङ्गिष्टम् |
अजुङ्गिष्ट |
उत्तमपुरुषः |
अजुङ्गिषम् |
अजुङ्गिष्व |
अजुङ्गिष्म |
लृङ्लकारः (परस्मैपदम्)
|
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः |
अजुङ्गिष्यत्, अजुङ्गिष्यद् |
अजुङ्गिष्यताम् |
अजुङ्गिष्यन् |
मध्यमपुरुषः |
अजुङ्गिष्यः |
अजुङ्गिष्यतम् |
अजुङ्गिष्यत |
उत्तमपुरुषः |
अजुङ्गिष्यम् |
अजुङ्गिष्याव |
अजुङ्गिष्याम |