संस्कृत धातुरूप - घुण्ण् (Samskrit Dhaturoop - ghuNN)
घुण्ण्
लट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | घुण्णते | घुण्णेते | घुण्णन्ते |
मध्यमपुरुषः | घुण्णसे | घुण्णेथे | घुण्णध्वे |
उत्तमपुरुषः | घुण्णे | घुण्णावहे | घुण्णामहे |
लिट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | जुघुण्णे | जुघुण्णाते | जुघुण्णिरे |
मध्यमपुरुषः | जुघुण्णिषे | जुघुण्णाथे | जुघुण्णिध्वे |
उत्तमपुरुषः | जुघुण्णे | जुघुण्णिवहे | जुघुण्णिमहे |
लुट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | घुण्णिता | घुण्णितारौ | घुण्णितारः |
मध्यमपुरुषः | घुण्णितासे | घुण्णितासाथे | घुण्णिताध्वे |
उत्तमपुरुषः | घुण्णिताहे | घुण्णितास्वहे | घुण्णितास्महे |
लृट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | घुण्णिष्यते | घुण्णिष्येते | घुण्णिष्यन्ते |
मध्यमपुरुषः | घुण्णिष्यसे | घुण्णिष्येथे | घुण्णिष्यध्वे |
उत्तमपुरुषः | घुण्णिष्ये | घुण्णिष्यावहे | घुण्णिष्यामहे |
लोट्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | घुण्णताम् | घुण्णेताम् | घुण्णन्ताम् |
मध्यमपुरुषः | घुण्णस्व | घुण्णेथाम् | घुण्णध्वम् |
उत्तमपुरुषः | घुण्णै | घुण्णावहै | घुण्णामहै |
लङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | अघुण्णत | अघुण्णेताम् | अघुण्णन्त |
मध्यमपुरुषः | अघुण्णथाः | अघुण्णेथाम् | अघुण्णध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अघुण्णे | अघुण्णावहि | अघुण्णामहि |
विधिलिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | घुण्णेत | घुण्णेयाताम् | घुण्णेरन् |
मध्यमपुरुषः | घुण्णेथाः | घुण्णेयाथाम् | घुण्णेध्वम् |
उत्तमपुरुषः | घुण्णेय | घुण्णेवहि | घुण्णेमहि |
आशीर्लिङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | घुण्णिषीष्ट | घुण्णिषीयास्ताम् | घुण्णिषीरन् |
मध्यमपुरुषः | घुण्णिषीष्ठाः | घुण्णिषीयास्थाम् | घुण्णिषीध्वम् |
उत्तमपुरुषः | घुण्णिषीय | घुण्णिषीवहि | घुण्णिषीमहि |
लुङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | अघुण्णिष्ट | अघुण्णिषाताम् | अघुण्णिषत |
मध्यमपुरुषः | अघुण्णिष्ठाः | अघुण्णिषाथाम् | अघुण्णिध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अघुण्णिषि | अघुण्णिष्वहि | अघुण्णिष्महि |
लृङ्लकारः (आत्मनेपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
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प्रथमपुरुषः | अघुण्णिष्यत | अघुण्णिष्येताम् | अघुण्णिष्यन्त |
मध्यमपुरुषः | अघुण्णिष्यथाः | अघुण्णिष्येथाम् | अघुण्णिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुषः | अघुण्णिष्ये | अघुण्णिष्यावहि | अघुण्णिष्यामहि |